सुभाष कपिल

अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद द्वारा पतंजलि योगपीठ हरिद्वाऱ में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय चिन्तन शिविर का आज समापन हो गया। इस मौके पर सत्र की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष पं. मनोज गौतम नें कहा कि ब्राह्मण किसी भी पार्टी का बन्धुआ नहीं है जो भी ब्राह्मण समाज के हित की बात करेगा उसी का समर्थन करेगा। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम जी के जन्मदिन पर सार्वजनिक अवकाश घोषित हो या फिर राष्ट्रीय अवकाशों को छोड़कर सभी अवकाश निरस्त हों उत्तराखण्ड के पुरोहितों को मासिक भत्ता दिया जाये। गौतम ने कहा कि आज सरकार या किसी पार्टी में हमारी बात नहीं सुनी जा रही है। हम पार्टिर्यों के पीछे दौड़ना बन्द करें और अपनी एकता को मजबूत करें। गौतम ने कहा कि हमारे युवाओं को स्वावलम्बी बनना होगा सरकार की ओर देखना बन्द करें कोई भी सरकार इस समाज के लिए कुछ भी करने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें मजबूत वोट बैंक के रुप में स्थापित होना ही होगा और हमें अपना वजूद कायम रखना है तो एकता कायम करनी होगी ।
परिषद के प्रदेश संयोजक जे. पी. जुयाल ने कहा कि आज ब्राह्मणों को नेता की नहीं, बल्कि नीति की जरूरत है। क्योंकि जिन्हें हम चुनकर भेजते हैं, वह पार्टी का पिछलग्गू बन कर रह जाता है। ब्राह्मण हित उसके लिए गौण होकर रह जाते हैं। इसीलिए आज हमें नीति की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज हमें पिछलग्गू बनने की प्रवृति छोड़नी होगी, क्योंकि पिछलगू का समाज व राजनीति में कोई महत्व नहीं होता। आज सभी राजनीतिक दल व जातियां ब्राह्मणों के वजूद को मिटाने में तुले हुए हैं। आज हर कोई ब्राह्मणों को अपमानित करने पर तुला हुआ है।
अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद द्वारा हरिद्वाऱ में आयोजित राष्ट्रीय चिन्तन शिविर में पूरे देश के सैकडांे की संख्या में ब्राह्मणों ने भाग लिया। आयोजन स्थल भगवान परशुराम के जयकारों से गूंज उठा। इस चिन्तन शिविर में परिषद के सभी पदाधिकारियों ने ब्राह्मण एकता पर बल दिया। कार्यक्रम में अच्छा कार्य करने वाले पदाधिकारियों को प्रतीक चिन्ह एवं अंग वस्त्र द्वारा सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रवीण शर्मा, नरेश शर्मा नोएडा, रेनू पाठक, श्याम शुक्ला, संजय शुक्ला, बालकृष्ण शास्त्री, अमित भट्ट, विकास शर्मा, उमाकान्त ध्यानी, युगुलकिशोर पाठक, राजेश मिश्रा, चन्द्रकिशोर, विनोद गौतम, प्रमोद मिश्र, विनोद उनियाल, विकास शर्मा, मनोज भारद्वाज, सचिन गौतम, सन्दीप प्रधान सहित परिषद के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।