सुभाष कपिल
चिल्ला से ऋषिकेश जाते समय नहर मार्ग से थोड़ा हटकर मोटा महादेव के नाम से प्रसिद्ध शिवलिंग है, पास ही गांव के विपिन सजवान बताते हैं जब चिल्ला नहर का निर्माण हो रहा था तो उस समय अड़चन रही थी तब उस समय काम करने वाले ठेकेदारों ने यहां स्वयंभू शिवलिंग की स्थापना की थी यह भी बताया जाता है यह शिवलिंग बहुत प्राचीन है और इसके आसपास प्राचीन अवशेष भी पाए जाते हैं कुछ लोगों ने मंदिर को ढकने के लिए कुछ ढांचे बनाने का प्रयास किया लेकिन वन विभाग में स्थित होने के कारण उन्होंने अनुमति नहीं दी इसके समीप यहां एक गुफा की बनी हुई है जिसमें सेवा करने वाले एक साधु रहा करते थे लेकिन अब वह भी चले गए हैं स्थानीय भोगपुर गांव के लोग इसमें सेवा करते रहते हैं हरिद्वार और आसपास के बहुत से लोग इस मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने आते हैं। शिवरात्रि और सावन के दिनों में बड़ी संख्या में यहां श्रद्धालु आते हैं और जलाभिषेक करते हैं।




Jay bholenath Hamare sathi Sri Subhash ji Kapil ji ke ahobhagy ki unko aese pvittra ramneen sthal par mahadev shivji ke darshan ka saubhagya PRAPT hua….. Sri Ram charit manas me varnan h bhagwan ram ne rameshwaram me pul (setu )ka nirman karne se purv shivji ki aradhna Pooja ki thi maryada purushottam ram ne swayaAM APNE HTHO SE SHIVLING BNAYA POOJA KI LING THAP VIDIHIVAT KRI POOJA SHIV SAMAN MOHE PIRI NA DOJA UNHONE AGE BHI KHA H SHIV DROHI MAM DAAS KHWA SO NAR SPNEHU MOHI NA BHAWA ARTHAT JO MERI ARADHNA KRTA H AUR SHIV KO NAHI MNTA SE DROH (BAER) RKHEGA WO MANUSHYE MUJHE SWPAN SPNE ME BHI NAHI PA SAKTA . AESA MANISHYE MUJE SPNE ME BHI NAHI SUHATA / ACHHA NAHI LAGEGA.(SRI RAMCHARIT MANAS)