जिला जेल में किया श्रीमद् देवी भागवत कथा का शुभारंभ
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हरिद्वा: हिंदू नव वर्ष एवं चैत्र नवरात्रि के अवसर पर श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के तत्वावधान में जिला कारागार रोशनाबाद में श्रीमद् देवी भागवत कथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ किया गया। कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने श्रीमद् देवी भागवत महात्मय की कथा का श्रवण कराते हुए बताया कि राजा परीक्षित द्वारा शमिक मुनि का अपमान किए जाने पर शमिक मुनि के पुत्र श्रृंगी ऋषि ने राजा परीक्षित को श्राप दिया उनकी मृत्यु तक्षक नामक सर्प द्वारा डंसने से होगी। समय आने पर तक्षक सर्प द्वारा राजा परीक्षित की मृत्यु हुई। यह जानकर राजा परीक्षित के पुत्र जन्मेजय को बड़ा ही दुख हुआ। अपने पिता के मोक्ष के लिए चिंतित जन्मेजय को देख कर कृष्ण द्वैपायन वेदव्यास महाराज ने स्वयं जन्मेजय को श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण कराया। कथा के प्रभाव से जन्मेजय के पिता राजा परीक्षित मोक्ष को प्राप्त हो गया। शास्त्री ने बताया कि देवी भागवत महापुराण में मां भगवती के ही चरित्रों का वर्णन मिलता है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने सभी बंदियों को हिंदू नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि जिला कारागार रोशनाबाद को सुधार ग्रह के रूप में जाना जाता है। बंदियों के उज्जवल भविष्य के लिए धार्मिक आयोजन किए जाते हैं। इस अवसर पर जिला कारागार में लॉन्ड्री एवं बेकरी का भी उद्घाटन किया गया। श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने बताया कि अखाड़े द्वारा प्रतिवर्ष हिंदू नववर्ष पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष जिला कारागार में बंदियों के उज्जवल भविष्य के लिए देवी भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर वीरेंद्र कुमार,कमलेश,सूरजभान शर्मा,नरेश स्वामी,कुलदीप शर्मा,अश्मित कौशिक,हर्ष पंडित,आशीष,सोनू,शशिकांत आदि मौजूद रहे।