धर्म-कर्म: श्रद्धालुओं को कराया श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का श्रवण
1 min readश्रीमदभागवत कथा श्रवण के प्रभाव से होती है अक्षय पुण्य की प्राप्ति-श्रीमहंत विष्णु दास
हरिद्वार। श्री गुरु सेवक निवास उछाली आश्रम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पाचवें दिन कथा व्यास आचार्य रवि शंकर ने कृष्ण की बाल लीलाओं का श्रवण कराया। कथा व्यास महामंडलेश्वर आचार्य रवि शंकर ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि जब-जब पृथ्वी पर आसुरी शक्तियों का आतंक और अत्याचार बढ़ता है। तब-तब मानवता की रक्षा के लिए भगवान अवतार लेकर पृथ्वी पर आते हैं। कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान नारायण ने श्रीकृष्ण के रूप में पृथ्वी पर अवतार लिया। कंस ने श्रीकृष्ण को मारने के अनेक प्रत्यन किए। श्रीकृष्ण को मारने के लिए उसने पूतना समेत अनेक राक्षसों का भेजा। लेकिन श्रीकृष्ण की लीलाओं से पार नही पा सके। श्रीकृष्ण ने कंस और उसके राक्षसों का वध कर मानवता को अत्याचारों से मुक्ति दिलायी। उछाली आश्रम के परमाध्यक्ष श्रीमहंत विष्णुदास महाराज ने कहा कि भक्त और भगवान की कथा श्रीमद्भागवत कथा को पांचवा वेद कहा गया है। भागवत कथा श्रवण के प्रभाव से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। गंगा तट पर संतों के सानिध्य में श्रीमदभागवत कथा के श्रवण से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। जिससे सभी इच्छाओं का पूरा किया जा सकता है। इस मौके पर श्रीमहंत विमल दास महाराज बापू शासन गिर गुजरात,श्रीमहंत प्रेमानंद महाराज उड़ीसा ब्रहमपुर,श्री सुंदर रामदास महाराज, हेमंत कश्यप महाराज रतलाम एमपी आदि संतों ने भी श्रद्धालु भक्तों को आशीर्वचन प्रदान किए। इस अवसर पर श्रीमती चाँद,ब्रजमोहन सेठ,श्रीमती श्वेता सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।