शिविर में छात्र-छात्राओं को ड्रग्स,ट्रैफिक रूल व साइबर लॉ के बारे में जानकारी दी
हरिद्वार: भारतीय जागरूकता समिति ने एटीसी,ट्रैफिक पुलिस एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के साथ डिवाइन लाइट इन्टर कालेज जगजीतपुर में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया। शिविर में छात्र-छात्राओं को ड्रग्स,ट्रैफिक रूल व साइबर लॉ के बारे में जानकारी दी गयी। मुख्य अथिति जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर, डिप्टी कमान्डेंट अरुणा भारती,हाईकोर्ट के अधिवक्ता एवं समिति के अध्यक्ष ललित मिगलानी, इंस्पेक्टर संजय चौहान,सब इंस्पेक्टर संजय गौर,कांस्टेबल मनोज भंडारी,पंकज कुमार, कार्यक्रम सचिव दीपाली शर्मा,निधि आदि उपस्थित रहे। समिति के अध्यक्ष अधिवक्ता ललित मिगलानी ने बताया कि समाज में साइबर अपराध एवं ड्रग्स का व्यापार तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। मिगलानी ने बताया साइबर क्राइम एक एक्सपर्ट क्राइम है। जहां अपराधी लोगो के दिमाग से खेल कर उन्ही से उनका अकाउंट खाली कराते हैं। अपराधियों ने ठगी का एक और नया तरीका निकला है। जिसमें अपराधी पुलिस की वर्दी पहनकर और पीछे थाने की बेकग्राउंड लगाकर डिजिटल गिरफ्तारी का डरा दिखाकर पैसे वसूल करते है। मिगलानी ने कहा कि कानून में डिजिटल गिरफ्तारी का कोई प्रावधान नहीं है। ये ठगी का नया तरीका है। डिप्टी कमान्डेंट अरुणा भारती ने बच्चो को नये कानून बीएनएस,बीएनएसएस आदि के बारे में डिटेल में जानकारी दी और अपराध से दूर रहने के लिए जागरूक किया। अपराध करने पर नए कानूनों के हिसाब से सजा दी जाएगी। बालिकाओं को जागरूक करते हुए कहा कि पुलिस आपकी मित्र है। समय रहते 1090 एवं 112पर अपराध की सूचना पुलिस को दें। अपने फेसबुक एवं अन्य सोशल साईट एकाउंट को सार्वजनिक ना करें। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर ने बताया कि बाल अपराध के जुर्म में बच्चों को बाल सुधार गृह भेजा जाता है। इसलिये अपराध की तरफ न जाकर अपने भवष्य पर फोकस करें। सचिव ने बच्चो को जिला विधिक प्राधिकरण के कार्य एवं सुविधाओ के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी। स्कूल के निर्देशक लक्ष्मीकान्त सैनी,प्रिन्सिपल किरण मिश्री ने समिति के प्रयासों की सरहना की ओर कहा कि समय-समय पर सभी स्कूलों में विधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। कार्यक्रम में अंकित,आशीष,निधि,भावना चौहान ने सहयोग किया।