श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ पर निकाली कलश यात्रा
1 min readहरिद्वार। श्री दरिद्र भंजन महादेव मंदिर भागवत परिवार की और से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ पर श्रद्धालु भक्तों ने बैंड बाजों व ढोल नगाड़ों के साथ गंगा तट से कथा स्थल दरिद्र भंजन महादेव मंदिर तक भव्य कलश यात्रा निकाली। कथा पंडाल के कलश स्थापना के पश्चात सभी भक्तों ने गौरी गणेश,नवग्रह,सर्वतोभद्र मंडल,लड्डू गोपाल एवं श्रीमद्भागवत का पूजन किया। श्रद्धालुओं को प्रथम दिवस की कथा श्रवण कराते हुए भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया इस कलिकाल में जो भी सच्ची श्रद्धा एवं भक्ति के साथ श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन एवं श्रवण करता है। भागवत कृपा से उसे धन धान्य के साथ भक्ति ज्ञान एवं वैराग्य की प्राप्ति तथा समस्त पित्रों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। शास्त्री ने बताया कि धुंधकारी ने जीते जी कोई सत्कर्म व पुण्य कर्म नहीं किया और मरने के बाद प्रेत योनि में चला गया। धुंधकारी के भाई गोकर्ण ने उसकी मुक्ति के लिए श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कराया। कथा के प्रभाव से धुंधकारी प्रेत योनि से मुक्त होकर वैकुंठ को प्राप्त कर लेता है। इस अवसरपर पंडित कृष्ण कुमार शास्त्री, पंडित रमेश गोनियाल, पंडित राजेन्द्र पोखरियाल,पंडित निराज कोठारी,अजय शर्मा,मोहित शर्मा,शिवम प्रजापति,राहुल धीमान, सागर धवन, पंडित गणेश कोठारी, पवन तनेजा, रिचा शर्मा, किरण देवी, अंसुल धवन, बबली शर्मा, गीता चौहान आदि मौजूद रहे।